इश्क़ में ग़ैरत-ए-जज़्बात ने रोने न दिया. | Hindi Shayari, Dard Shayari, Sad Shayari, Anuj Kumar 23:07 Tags: Dard Shayari Hindi Shayari Sad Shayari Shayari Like Me Tweet इश्क़ में ग़ैरत-ए-जज़्बात ने रोने न दिया. वर्ना क्या बात थी किस बात ने रोने न दिया; आप कहते थे के रोने से न बदलेंगे नसीब, उम्र भर आपकी इस बात ने रोने न दिया !!